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सोमवार, 17 अक्तूबर 2011

Mai hun tujhame kahin naa kahi मैं हूँ तुझमे कहीं-न -कहीं


मैं तेरे मन में हूँ पर जुबान पर नहीं
मैं तेरी बातो में हूँ  , तेरे शब्दो में हूँ 
 पर मैं हूँ तुझमे कहीं-न -कहीं




तू मेरे दिल में है. मेरी बातो मे है 
मेरी रूह में है , मेरे जजबातो में है 
तू मुझमे समाई है इस कदर ,
बस तू हि तू है मैं कहीं नहीं......


गुरुवार, 13 अक्तूबर 2011

Diya Aur Bati दिया और बाती



एक दुजे बिन अधुरे हैं हम 
मै नहि तो वो रोशन हि नहि 
वो नहि तो मेरा अस्तित्व हैं कम
वो मेरी संगिनी हैं ,
वो मेरी साथी
मै दिया हु तो वो बाती...
दिया और बाती.....

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