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गुरुवार, 4 जुलाई 2013

Meri aankhe मेरी आँखे..


तेरे तसव्वुर से जब रोशन होती हैं आँखे 
दूर होती है मुझसे और करतीं हैं तुझसे बातें....

तेरे चहरे को जब देखती हैं आँखे
स्मित मुस्कान लिए चमकती है आँखे....

तेरे विरह से जब रोती हैं आँखे
खुलती- बंद होती तड़पती मेरी आंखे....

तेरे सरुर से जब व्याकुल होती हैं आँखे
मिलने को तुझसे बरसती हैं आँखे....

तेरे अधरों को जब तकती हैं आँखे
पुलकित हो मन ही मन नाचती है आँखे....

तेरी आँखों से जब करतीं हैं बाते,, मेरी आँखे..
सलज्ज तेरे पलकों के भीतर सिमटती हैं मेरी आँखें....

-->

37 टिप्‍पणियां:

  1. तेरे सरुर से जब व्याकुल होती हैं आँखे
    मिलने को तुझसे बरसती हैं आँखे....

    तेरे अधरों को जब तकती हैं आँखे
    पुलकित हो मन ही मन नाचती है आँखे....

    तेरी आँखों से जब करतीं हैं बाते,, मेरी आँखे..
    सलज्ज तेरे पलकों के भीतर सिमटती हैं मेरी आँखें....
    ह्रदय को छू गयीं .. सुन्दर!

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  2. तेरे तसव्वुर से जब रोशन होती हैं आँखे
    दूर होती है मुझसे और करतीं हैं तुझसे बातें....

    जवाब देंहटाएं
  3. आपकी कविता के सन्दर्भ में किसी शायर की पंक्तियाँ याद आ गयी

    जवाब देंहटाएं
  4. बहुत सुन्दर अहसास

    http://rajkumarchuhan.blogspot.in/

    जवाब देंहटाएं
  5. ये आँखे क्या क्या दिखा देती है..सुन्दर भावपूर्ण रचना...

    जवाब देंहटाएं
  6. वाह , किया खूब अभिव्यक्ति है, आँखों की बातो को शब्दों के मोती बना कर कलम से उकेर दिया , शुभकामनाये
    यहाँ भी पधारे

    http://shoryamalik.blogspot.in/2013/01/yaadain-yad-aati-h.html

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  7. उठती-झुकती नज़रों ने,था कहा,कभी चुपचाप रहीं
    बरसा निर्झर प्रेम फुहारें पड़ीं कभी कि नहीं पड़ीं !

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  8. बहुत ही खुबसूरत ख्यालो से रची रचना......

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  9. सच...कमाल करती हैं आँखें..

    सुन्दर रचना..

    सस्नेह
    अनु

    जवाब देंहटाएं
  10. बहुत ही सुन्दर और सार्थक प्रस्तुती,अभार।

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  11. सुन्दर रचना... आंखे सच बोलती आंखे...

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  12. तेरे सरुर से जब व्याकुल होती हैं आँखे
    मिलने को तुझसे बरसती हैं आँखे...

    आँखों को रोकना संभव नहीं ... बिन बोले ही सब कह जाती हैं ...
    लाजवाब ...

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  13. ये आँखें बहुत कुछ बोल जाती हैं
    बहुत सुन्दर भावपूर्ण

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  14. बिना बोले भी सब बयां करती आंखे.... खुबसूरत रचना

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  15. आंखें भी बोलती हैं-----
    तेरे अधरों को जब तकती हैं आँखे
    पुलकित हो मन ही मन नाचती है आँखे....----

    बहुत सुन्दरता से आँखों की अभिव्यक्ति को व्यक्त किया है
    गजब
    बधाई

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  16. ye akhiyaan kisi ki pesh khan chalne deti hai, bas piya sang ja ladti hai. aur jab ladti hai to hasti hai. aur pyar ki bhasha bolti hai
    bahut khub!

    new post
    Teri jarurat hai!

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  17. सुंदर आँखों की भाषा की बातें .....:))

    जवाब देंहटाएं
  18. तेरे सरुर से जब व्याकुल होती हैं आँखे
    मिलने को तुझसे बरसती हैं आँखे....

    तेरे अधरों को जब तकती हैं आँखे
    पुलकित हो मन ही मन नाचती है आँखे.
    bahut hi khoob soorat aur lajbab sher ....abhar Reena ji

    जवाब देंहटाएं
  19. तेरे सरुर से जब व्याकुल होती हैं आँखे
    मिलने को तुझसे बरसती हैं आँखे....

    तेरे अधरों को जब तकती हैं आँखे
    पुलकित हो मन ही मन नाचती है आँखे.
    bahut hi khoobsoorat lajbab rachana gahare bhav ......hr sher kabile tareef ...aabhar reena ji

    जवाब देंहटाएं
  20. भावपूर्ण प्रस्तुति...बहुत बहुत बधाई...

    जवाब देंहटाएं
  21. भावपूर्ण प्रस्तुति...बहुत बहुत बधाई...

    जवाब देंहटाएं
  22. सुन्दर,खूबसूरत,भावपूर्ण...उम्दा, बेहतरीन अभिव्यक्ति...बहुत बहुत बधाई...

    जवाब देंहटाएं
  23. तेरी आँखों से जब करतीं हैं बाते,, मेरी आँखे..
    सलज्ज तेरे पलकों के भीतर सिमटती हैं मेरी आँखें....


    सुन्दर अभिव्यक्ति .....

    जवाब देंहटाएं
  24. तेरी आँखों से जब करतीं हैं बाते,, मेरी आँखे..
    सलज्ज तेरे पलकों के भीतर सिमटती हैं मेरी आँखें....

    बेहद सादगी से कही बात ... मगर लाजवाब ...

    जवाब देंहटाएं
  25. सुंदर प्रस्तुति आभार ,कभी यहाँ भी पदारे www.premkephool.blogspot.com

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  26. बहुत ही प्रभावशाली रचना.

    स्नील शेखर

    जवाब देंहटाएं

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