तेरे तसव्वुर से जब रोशन होती हैं आँखे
दूर होती है मुझसे और करतीं हैं तुझसे बातें....
तेरे चहरे को जब देखती हैं आँखे
स्मित मुस्कान लिए चमकती है आँखे....
तेरे विरह से जब रोती हैं आँखे
खुलती- बंद होती तड़पती मेरी आंखे....
तेरे सरुर से जब व्याकुल होती हैं आँखे
मिलने को तुझसे बरसती हैं आँखे....
तेरे अधरों को जब तकती हैं आँखे
पुलकित हो मन ही मन नाचती है आँखे....
तेरी आँखों से जब करतीं हैं बाते,, मेरी आँखे..
सलज्ज तेरे पलकों के भीतर सिमटती हैं मेरी आँखें....
तेरे सरुर से जब व्याकुल होती हैं आँखे
जवाब देंहटाएंमिलने को तुझसे बरसती हैं आँखे....
तेरे अधरों को जब तकती हैं आँखे
पुलकित हो मन ही मन नाचती है आँखे....
तेरी आँखों से जब करतीं हैं बाते,, मेरी आँखे..
सलज्ज तेरे पलकों के भीतर सिमटती हैं मेरी आँखें....
ह्रदय को छू गयीं .. सुन्दर!
तेरे तसव्वुर से जब रोशन होती हैं आँखे
जवाब देंहटाएंदूर होती है मुझसे और करतीं हैं तुझसे बातें....
आपकी कविता के सन्दर्भ में किसी शायर की पंक्तियाँ याद आ गयी
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर अहसास
जवाब देंहटाएंhttp://rajkumarchuhan.blogspot.in/
ये आँखे क्या क्या दिखा देती है..सुन्दर भावपूर्ण रचना...
जवाब देंहटाएंसुंदर सृजन,बहुत उम्दा प्रस्तुति,,,बधाई रीना जी
जवाब देंहटाएंRECENT POST: जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनायें.
वाह , किया खूब अभिव्यक्ति है, आँखों की बातो को शब्दों के मोती बना कर कलम से उकेर दिया , शुभकामनाये
जवाब देंहटाएंयहाँ भी पधारे
http://shoryamalik.blogspot.in/2013/01/yaadain-yad-aati-h.html
वाह बहुत सुन्दर. एहसासों से तर.
जवाब देंहटाएंलाजवाब ग़ज़ल ,आँखों से दिलमें उतर आया !
जवाब देंहटाएंlatest post मेरी माँ ने कहा !
latest post झुमझुम कर तू बरस जा बादल।।(बाल कविता )
उठती-झुकती नज़रों ने,था कहा,कभी चुपचाप रहीं
जवाब देंहटाएंबरसा निर्झर प्रेम फुहारें पड़ीं कभी कि नहीं पड़ीं !
बहुत ही खुबसूरत ख्यालो से रची रचना......
जवाब देंहटाएंसच...कमाल करती हैं आँखें..
जवाब देंहटाएंसुन्दर रचना..
सस्नेह
अनु
बहुत ही सुन्दर और सार्थक प्रस्तुती,अभार।
जवाब देंहटाएंधन्यवाद...
जवाब देंहटाएं:-)
thanks dii
जवाब देंहटाएं:-)
सुन्दर रचना... आंखे सच बोलती आंखे...
जवाब देंहटाएंतेरे सरुर से जब व्याकुल होती हैं आँखे
जवाब देंहटाएंमिलने को तुझसे बरसती हैं आँखे...
आँखों को रोकना संभव नहीं ... बिन बोले ही सब कह जाती हैं ...
लाजवाब ...
ये आँखें बहुत कुछ बोल जाती हैं
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर भावपूर्ण
सुंदर आँखें ..
जवाब देंहटाएंwaah bahut khub
जवाब देंहटाएंबिना बोले भी सब बयां करती आंखे.... खुबसूरत रचना
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर अभिव्यक्ति ....
जवाब देंहटाएंआंखें भी बोलती हैं-----
जवाब देंहटाएंतेरे अधरों को जब तकती हैं आँखे
पुलकित हो मन ही मन नाचती है आँखे....----
बहुत सुन्दरता से आँखों की अभिव्यक्ति को व्यक्त किया है
गजब
बधाई
ye akhiyaan kisi ki pesh khan chalne deti hai, bas piya sang ja ladti hai. aur jab ladti hai to hasti hai. aur pyar ki bhasha bolti hai
जवाब देंहटाएंbahut khub!
new post
Teri jarurat hai!
सुंदर आँखों की भाषा की बातें .....:))
जवाब देंहटाएंतेरे सरुर से जब व्याकुल होती हैं आँखे
जवाब देंहटाएंमिलने को तुझसे बरसती हैं आँखे....
तेरे अधरों को जब तकती हैं आँखे
पुलकित हो मन ही मन नाचती है आँखे.
bahut hi khoob soorat aur lajbab sher ....abhar Reena ji
तेरे सरुर से जब व्याकुल होती हैं आँखे
जवाब देंहटाएंमिलने को तुझसे बरसती हैं आँखे....
तेरे अधरों को जब तकती हैं आँखे
पुलकित हो मन ही मन नाचती है आँखे.
bahut hi khoobsoorat lajbab rachana gahare bhav ......hr sher kabile tareef ...aabhar reena ji
भावपूर्ण प्रस्तुति...बहुत बहुत बधाई...
जवाब देंहटाएंभावपूर्ण प्रस्तुति...बहुत बहुत बधाई...
जवाब देंहटाएंसुन्दर,खूबसूरत,भावपूर्ण...उम्दा, बेहतरीन अभिव्यक्ति...बहुत बहुत बधाई...
जवाब देंहटाएंतेरी आँखों से जब करतीं हैं बाते,, मेरी आँखे..
जवाब देंहटाएंसलज्ज तेरे पलकों के भीतर सिमटती हैं मेरी आँखें....
सुन्दर अभिव्यक्ति .....
सुंदर प्रस्तुति ।।।
जवाब देंहटाएंआँखों की अभिव्यक्तियाँ...!
जवाब देंहटाएंतेरी आँखों से जब करतीं हैं बाते,, मेरी आँखे..
जवाब देंहटाएंसलज्ज तेरे पलकों के भीतर सिमटती हैं मेरी आँखें....
बेहद सादगी से कही बात ... मगर लाजवाब ...
सुंदर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंसुंदर प्रस्तुति आभार ,कभी यहाँ भी पदारे www.premkephool.blogspot.com
जवाब देंहटाएंबहुत ही प्रभावशाली रचना.
जवाब देंहटाएंस्नील शेखर