तेरे आने से सँवर जाउँगी
तेरे जाने से बिखर जाउँगी ......
सोना चाँदी , हीरा , मोती
श्रृंगार नहीं है मेरा
तेरी मीठी नजरों से
अब खुद को सजाउंगी.......
तेरी बातों में आशियाँ बनाउंगी
तेरी खुशियों का मांगटीका
बनाकर माथे लगाउंगी .........
तेरे गीतों को मै कान की बालियाँ बनाउंगी ....
तेरे प्यार की चुनर ओढ़ मै निखर जाउँगी .......
तेरे आने से सँवर जाउँगी
तेरे जाने से बिखर जाउँगी ......
तेरे रंग में रंग जाउँगी
तेरे ढ़ंग में ढल जाउँगी ......
हर वादियों में अब तुम्हें
मै ही नजर आउंगी
तेरे आने से सँवर जाउँगी
तेरे जाने से बिखर जाउँगी ......