सुनों ना
कुछ कहना है तुमसे
तुम क्यूँ इतना
दूर हो मुझसे
पता है कल रात
एक ख्वाब देखा मैंने..
जिसमे तुम हो ,,मै हूँ
और वो सुनहरी रंगबिरंगी संध्या
आकाश कुछ नारंगी , कुछ नीला
थोड़ा सा काला और कहीं - कहीं
पीला रंग लिए ,,,
मद्धिम रोशनी बिखेर रहा था..
और हम समुंद्र के कीनारे बैठे
आसमान की ओर ताकते
उन बदलते रंगों की गीनती कर रहे थे
जब भी गीनती में चुक होती
एक - दूजे को देख जोर - जोर से हँसते
कितना सुकूनभरा वो पल था
कितनी इक्छाएँ दबी थी मन में
कितनी शिकायते भी थी...
कभी तुम कहते कुछ..
कभी मै बताती कुछ...
हाय |||||
कितना खुबसूरत और
प्यारभरा वो पल था
सुनों ना ,,,
चलो अब जल्दी से
लौट आओ
इस ख्वाब को पूरा कर दो
कुछ पल अपने साथ
वो सुकूनभरे पल दे दो......
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शुक्रवार, 17 अगस्त 2012
Mera Pyara Khwab *** मेरा प्यारा ख्वाब ***
मंगलवार, 14 अगस्त 2012
Naman Hai Un Veer Jawano Ko *** नमन है उन वीर जवानों को ***
नमन है उन वीर जवानों को
जो देश की खातिर कुर्बान हुए
देश पर मर मिटनेवाले
वे वीर देश की शान हुए
खोया जब माँ ने लाल को अपने
खोया जब सुहागन ने सुहाग को अपने
कई बच्चों ने अपने पिता को खोया
तब जाकर ये दिन आया है
उनकी कुर्बानी से हमारी आजादी है
इस आजादी को ना यूँ बर्बाद करे
भारत माँ की रक्षा कर
उन वीरों की शहादत को
उनकी कुर्बानी को साकार करे
रहे तिरंगा ऊँचा सदा
निरंतर गतिमान भारत देश रहे
उन्नति , प्रगति, शिक्षा , सम्मान
सभी भारतीय को मिले
ना हो ऊँच - नीच का भेदभाव
ना जात - पात पर हम लड़े
सभी परमात्मा के बंदे है
पहले इंसानियत की बात करे..
गर्वित करे भारत माँ को
उज्जवल उनका दामन करे
चहू ओर सुख समृद्धि फैलाये...
आशाओं के नए दीप जलाये..
शहीदों ने आजाद भारत देश
किया है हमारे हवाले..
इसको अपना घर बनाए
ना कोई कुकर्म हो यहाँ
ना कोई कुकर्मी जन्मे
रहे कोशिश सदा यही की,,
तिरंगा खड़ा रहे शान से
और सबसे ऊँचा लहराए..
नमन है उन वीर जवानों को
जो देश की खातिर कुर्बान हुए
देश पर मर मिटनेवाले
वे वीर देश की शान हुए
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