तुझबिन जीवन सुना- सुना
जैसे कोई अधूरा सपना
सपनों को पूरा कर जाओ
एक बार तो साजन मिलने आओ
चारो ओर है पसरी उदासी
तेरे दरस को है अखियाँ प्यासी
सुना मन का अँगना है
कोई फूल प्रेम के खिला जाओ
सपनों को पूरा कर जाओ
एक बार तो साजन मिलने आओ
नहीं चाहिए गाड़ी- बंगला
नहीं चाहिए सोने का कंगना
सिर्फ तेरी ही चाहत है
मेरी चाहत को समझ भी जाओ
सपनों को पूरा कर जाओ
एक बार तो साजन मिलने आओ
तन- तरसे मन- तरसे
अँखियाँ जोर-जोर बरसे
घनी अँधेरी रात छाई है
एक दीप प्रेम के जला जाओ
सपनों को पूरा कर जाओ
एक बार तो साजन मिलने आओ