तेरे पलकों की छाँव तले
जब मै अपने आँसू सुखाती हूँ .......
माँ तब मै बहुत सुकून पाती हूँ ........
तेरे ममतामयी आँचल तले
कुछ देर जो सो जाती हूँ .....
माँ तब मै बहुत सुकून पाती हूँ ......
तू बहुत अच्छी तरह से जानती है माँ
की मै, छोटी - छोटी बात पर
बहुत जल्दी उदास हो जाती हूँ......
बेचैन होकर तेरे सीने से लग जाती हूँ
सच माँ, तब मै बहुत सुकून पाती हूँ ......
इधर उधर की बातों से
जब तू मुझको फुसलाती है .......
छोटे - बड़े उदाहरण देकर जब तू
मुझको समझाती है.......
धीरे - धीरे , हौले - हौले
जब बालों को सहलाती है
माँ तब मै बहुत सुकून पाती हूँ......
मेरी पसंद की चीजे तू बिन मांगे ही ले आती है
मेरे चेहरे की ख़ुशी देख
माँ तू कितनी खुश हो जाती है .......
तेरी ख़ुशी में माँ मै अपने गम भूल जाती हूँ
तेरे पास आकर माँ मै बहुत सुकून पाती हूँ.......
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