कुझ नयी पुरानी यादो के साथ
चलती जा रही हु
कुझ जाने अन्जानो के साथ
मिलती जा रही हु
कुझ नये अह्सासो मे
घुलती जा रही हु
कुझ नयी कल्पना मे
उलझती जा रही हु
कुझ नये स्वप्नलोक मे
डूबती जा रही हु
चंद शब्दो मे कहू तो
मैं खुश्नुमा अह्सासो कि फिजाओ मे
स्वतंत्र पन्झी कि तरह उडती जा रही हु
बस उडती जा रही हु .......
सुन्दर अभिव्यक्ति ....
जवाब देंहटाएंअहसासों का बहुत अच्छा संयोजन है ॰॰॰॰॰॰ दिल को छूती हैं पंक्तियां ॰॰॰॰ आपकी रचना की तारीफ को शब्दों के धागों में पिरोना मेरे लिये संभव नहीं
जवाब देंहटाएंएक अलग ही एहसास जगाती कविता।
जवाब देंहटाएंसादर
सुन्दर अभिव्यक्ति ....
जवाब देंहटाएंbahut hi sundar kavita............
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर रचना ..
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