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शुक्रवार, 14 दिसंबर 2012

Sanwali Bitiya .....साँवली बिटिया .....

रंग सांवला बिटिया का 
कैसे ब्याह रचाऊँगा 
बेटे जो होते सांवले...
शिव और कृष्णा उन्हें बनाता 
बेटी को क्या उपमा दिलाऊंगा ....

पढ़ी लिखी संस्कारी है वो
गुणों से सुसज्जित न्यारी है वो
मेरी तो राजदुलारी है वो
पर अपने रंग से थोड़ा सा लजाई है वो .......

गोरा तो गोरी ही चाहे
काले को भी गोरी ही मनभाए
सांवल किसी को क्यूँ ना सुहाए
प्रेम का रंग क्यूँ कोई देख ना पाए ......

वो भी सृजन है देवों का
करुणा , ममता उसमे भी है
घर की लक्ष्मी भी बन दिखाएगी वो
ग़र समझो उसे की वो अपनी है....

सांवली है पर संध्या है वो..
भोर की पहली सांवली बदरिया है वो
मेरी तो राजदुलारी है वो
सांवल है तो क्या??
बिटिया बड़ी ही प्यारी है वो......

पढ़ी लिखी संस्कारी है वो
गुणों से सुसज्जित न्यारी है वो ......


************************

40 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत शानदार ,बढ़िया है .आपको बहुत बधाई

    जवाब देंहटाएं
  2. साँवली बिटिया है तो क्या और भी अच्छा है
    चाहेगा वोही ,जो ख़ुद तन-मन से सच्चा हैं ....,

    खुश रहें!

    जवाब देंहटाएं
  3. आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल शनिवार (15-12-2012) के चर्चा मंच पर भी होगी!
    सूचनार्थ!

    जवाब देंहटाएं
  4. सांवल है तो क्या??
    बिटिया बड़ी ही प्यारी है वो......

    बहुत बढिया उम्दा सृजन,,,, बधाई।

    recent post हमको रखवालो ने लूटा

    जवाब देंहटाएं
  5. सांवली है पर संध्या है वो..
    भोर की पहली सांवली बदरिया है वो
    मेरी तो राजदुलारी है वो
    सांवल है तो क्या??
    बिटिया बड़ी ही प्यारी है वो......

    पढ़ी लिखी संस्कारी है वो
    गुणों से सुसज्जित न्यारी है वो

    अब लोग गुणों की जगह रंग को पूजें तो क्या कहा जाये अन्यथा सांवला रंग सब रंगों से न्यारा होता है .काले रंग में कोई दूजा रंग कहाँ चढ़ पाता है

    जवाब देंहटाएं
  6. सांवली सलौनी ,श्याम रंग में रंगी चुनरिया अब रंग दूजो भावे न ..............माशूका की खूबसूरती आशिक की आँखों में है वैसे यह हमारे समय का विद्रूप है हर कोई गोरी बहु चाहता है जबकि सफ़ेद

    चीज़ें (सफ़ेद चावल ,मैदा ,चीनी आदि )सेहत के लिए अच्छी नहीं हैं .

    जवाब देंहटाएं
  7. वाह रीना, आपने सांवली सूरत पर मनमोहक रचना की|
    लड़की की भी सीरत ही देखनी चाहिए...शायद धीरे-धीरे यह मानसिकता भी बदल रही हैः)

    जवाब देंहटाएं
  8. सांवली है पर संध्या है वो..
    भोर की पहली सांवली बदरिया है वो
    मेरी तो राजदुलारी है वो
    सांवल है तो क्या??
    बिटिया बड़ी ही प्यारी है वो......वाह रीना सांवले रंग पर बहुत मनमोहक रचना..

    जवाब देंहटाएं
  9. बहुत प्यारी और सहज सी अभिव्यक्ति है रीना.....
    वाकई भीतरी सौंदर्य कोई देखता नहीं.....

    सुन्दर रचना..
    सस्नेह
    अनु

    जवाब देंहटाएं
  10. विभिन्न देशों में अलग अलग सोच. पश्चिमी देशों में श्वेत स्त्रियों को टैनिंग का जूनून सांवलेपन के लिए ताकि और खूबसूरत दिख सकें.

    जवाब देंहटाएं
  11. सांवली है पर संध्या है वो..
    भोर की पहली सांवली बदरिया है वो
    मेरी तो राजदुलारी है वो
    सांवल है तो क्या??
    बिटिया बड़ी ही प्यारी है वो......
    वाह... सांवली सलोनी पढ़ी लिखी संस्कारी गुणों से सुसज्जित सचमुच न्यारी ही होती हैं बेटियां... बहुत सुन्दर रचना...

    जवाब देंहटाएं
  12. साँवली है तो क्या ? सूरत से सीरत अच्छी होनी चाहिए ... सुंदर रचना

    जवाब देंहटाएं
  13. अनुपम भाव संयोजित किये हैं आपने ... इस अभिव्‍यक्ति में

    जवाब देंहटाएं
  14. सटीक विषय........रंग और गुणों का कोई तालमेल नहीं होता.......सभी रंग कुदरत के बनाये हुए हैं और सभी प्यारे हैं........इस सटीक पोस्ट पर हैट्स ऑफ ।

    जवाब देंहटाएं
  15. सांवली है पर संध्या है वो..
    भोर की पहली सांवली बदरिया है वो
    मेरी तो राजदुलारी है वो
    सांवल है तो क्या??
    बिटिया बड़ी ही प्यारी है वो......

    रंग रूप से उसके गुणों का अंदाजा लगाना गलत है. सुंदर विषय लिया रीना. सुंदर बेजोड प्रस्तुति.

    जवाब देंहटाएं
  16. बेटे जो होते सांवले...
    शिव और कृष्णा उन्हें बनाता

    बहुत उत्कृष्ट रचना, लाजवाब

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  17. सशक्त और प्रभावशाली प्रस्तुती....

    जवाब देंहटाएं
  18. रीना जी, हमारे समाज कि यही विडम्बना है.... गुणों से ज्यादा लडकी का रंग मायने रखता है ... इस प्रवृत्ति को समाप्त होना ही चाहिए .... भावपूर्ण व उद्देश्यपूर्ण एक सुन्दर रचना !

    जवाब देंहटाएं
  19. इस सांवलेपन के दर्द से हम भी गुज़र चुके है ....आज भी रंग को महत्व दिया जाता है .....सटीक रचना

    जवाब देंहटाएं
  20. सुन्दर रीनाजी ....एक ऐसा विषय ...जो अक्सर चिंता का विषय रहा है ...क्यों ...आज तक नहीं समझ सकी ......

    जवाब देंहटाएं
  21. ये कटु सच मेट्रोमोनियल में साफ नजर आता है...ये दर्द तो रुप रंग से कमजोर हर लड़के औऱ लड़की को सहना पड़ता है। ये ठीक है आज भी लड़कियां रंग के कारण नकार दी जाती है..पर स्थितियों में बदलाव भी आया है...अब लडके भी रंग रुप न होने के कारण नकारे जा रहे हैं....ऐसे लगता है जैसे बदला लेने की प्रवृति चल पड़ी हो।

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  22. बहुत सही कहा है आपने गोरा हो या काला गोरी तो गोरी ही चाहता है |पर यह अवश्य विचारणीय है की सभी को गोरी चाहिए तो काले कहाँ जाएंगे |उम्दा रचना |

    आशा

    जवाब देंहटाएं
  23. what a beautiful line..
    सांवली है पर संध्या है वो..
    भोर की पहली सांवली बदरिया है वो
    मेरी तो राजदुलारी है वो
    सांवल है तो क्या??
    बिटिया बड़ी ही प्यारी है वो......
    thnx for sharing.......Reena ji

    जवाब देंहटाएं
  24. बहुत ही प्रभावशाली पंक्तियां

    जवाब देंहटाएं
  25. Kailash Sharma shared your blog post on Google+
    रंग और गुणों में कोई सम्बन्ध नहीं...दिल को छूती बहुत प्रभावी अभिव्यक्ति...

    Sanwali Bitiya .....साँवली बिटिया .....

    जवाब देंहटाएं
  26. http://hindibloggerscaupala.blogspot.in/ शुक्रवारीय अंक १३/१२/१३ में आपकी इस रचना को शामिल किया जा रहा हैं कृपया अवलोकन हेतु पधारे .धन्यवाद

    जवाब देंहटाएं
  27. बहुत प्यारे सांवली सलोनी रचना | बधाई आप को

    जवाब देंहटाएं
  28. बहुत सुन्दर रचना .सांवली सी मन भावनी सी कविता

    जवाब देंहटाएं

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