किरचे तेरी यादो के संभाले थे अब भी
दो को जोड़ दिया है
एक अभी जोड़ रहा हूँ .....
कुछ बाकि पड़े है अभी.....
किरचे तेरे ख्वाबों के जो सजाये थे तूने कभी
अपनी हँसती आँखों में
तीन ही तो थे ........
एक तुम अपने साथ ले गई
आजीवन साथ - साथ रहने के .......
एक क्या था कभी बताया भी तो नहीं.........
जब भी पूछता हूँ तो टाल दिया करती थी...
एक देखो मैंने पूरा करके सजा दिया है..........
किरचे हमारे अरमानों के जो शीशे से भी नाजुक थे
तुम्हारे जाते ही कुछ टूट गए थे.....
कुछ संभाल लिए थे वक्त रहते ही......
उन्हें भी तो ठीक करना है...
उनमे तुम जो बसी हो...
उन्हें कैसे टूटने दे सकता हूँ .........
तुम्हारे ख्वाब, तुम्हारे सपनों को मैं जरुर पूरा करूँगा
तुम्हे फिर ले आऊँगा हमारी ख्वाबों की हंसती दुनिया में..
कुछ यादें जिन्हें अभी जुड़ना बाकी है
सोच रहा हूँ उन्हें तुम्हारे साथ पूरा करूँ...
बोलो दोगी न तुम मेरा साथ ?????
सुंदर रचना |
जवाब देंहटाएंधीरेन्द्र सिंह भदौरिया ने आपकी पोस्ट " किरचे तेरी यादो के..... " पर एक टिप्पणी छोड़ी है:
जवाब देंहटाएंबहुत उम्दा अभिव्यक्ति,,,,
मुझे तो तरी जुल्फों का महकना याद आता है,
तुझे भी मेरे अश्कों की रवानी याद आती है,,,,(शकील बदायूनी)
RECENT POST बदनसीबी,
sorry sir, comment mujhase delete ho gaya tha, to e-mail se yaha copy paste kardiya hai..
हटाएंसुंदर पंक्तियाँ ...
जवाब देंहटाएंये भी एक कशमकश है..... सुंदर पंक्तियाँ
जवाब देंहटाएंबहुत खूबसूरत अभिव्यक्ति
जवाब देंहटाएंsundar abhivykti,BHAVPURN RACHNA,
जवाब देंहटाएंवाह बहुत सुन्दर रीना बहन
जवाब देंहटाएंkuchh kirchen itani khoobsurati se sanjoye hai aapne..sundar rachna
जवाब देंहटाएंBahut umda.....Badhai
जवाब देंहटाएंकुछ यादें जिन्हें अभी जुड़ना बाकी है
जवाब देंहटाएंसोच रहा हूँ उन्हें तुम्हारे साथ पूरा करूँ...
बोलो दोगी न तुम मेरा साथ
पुरुष के भावों को व्यक्त करने में सक्षम . बहुत खुबसूरत भावों की अभिव्यक्ति .....
बहुत ही सुन्दर,भावपूर्ण प्रस्तुती।
जवाब देंहटाएंवाह ... बेहतरीन
जवाब देंहटाएंबहुत ही अच्छा लिखा है
मौसम के अनुकूल पोस्ट :-)
जवाब देंहटाएंबहुत ही बढ़िया
जवाब देंहटाएंसादर
वाह..बहुत ही भावपूर्ण ...
जवाब देंहटाएंउम्दा प्रस्तुति |भावपूर्ण अभिव्यक्ति |
जवाब देंहटाएंआशा
thank you sir:-)
जवाब देंहटाएंखूबसूरत अभिव्यक्ति ......... तुम्हारे ख्वाब, तुम्हारे सपनों को मैं जरुर पूरा करूँगा
जवाब देंहटाएंतुम्हे फिर ले आऊँगा हमारी ख्वाबों की हंसती दुनिया में..
कितना प्यारा सवाल है......बोलो दोगी न तुम मेरा साथ ?????
जवाब देंहटाएंख्वाबों की किरचें भी सम्हालिये, जोडिये या इनका एक खूबसूरत केलिडियो स्कोप बनाइये फिर तो वे खिंचे चले आयेंगे ।
जवाब देंहटाएंbahut hi sundar!
जवाब देंहटाएंbahut bhawpurn ........
जवाब देंहटाएंbahut hi bhavpoorn aur anokhi prastuti
जवाब देंहटाएंकिरचे हमारे अरमानों के जो शीशे से भी नाजुक थे...
जवाब देंहटाएंबढ़िया अभिव्यक्ति...
बहुत ही सुन्दर अभिव्यक्ति ...
जवाब देंहटाएंवैसे तो टुकड़े किये हैं हजार बार उसने दिल के ,
हर बार बड़े जतन से हमने उन्हें जोड़ा है .
जोड़ना चाहें भी तो अब न जुड़ेगा फिर से ,
अबकि किरच-किरच कर उसने दिल छोड़ा है .
Good One.
जवाब देंहटाएंBehad khoobsoorat :)
जवाब देंहटाएंकिरचे हमारे अरमानों के जो शीशे से भी नाजुक थे
जवाब देंहटाएंतुम्हारे जाते ही कुछ टूट गए थे.....
कुछ संभाल लिए थे वक्त रहते ही......
उन्हें भी तो ठीक करना है...
उनमे तुम जो बसी हो...
उन्हें कैसे टूटने दे सकता हूँ ...
इन किरचों को दामन में समेट लेना ... दर्द की याद दिलाती हैं ये ...
विरह का टच लिए प्रेम भरी रचना ...
कुछ यादें जिन्हें अभी जुड़ना बाकी है
सोच रहा हूँ उन्हें तुम्हारे साथ पूरा करूँ...
बोलो दोगी न तुम मेरा साथ ?????
मन को छूती हुई रचना के लिए आभार
आदरणीया रीना मौर्य जी !
बसंत पंचमी एवं
आने वाले सभी उत्सवों-मंगलदिवसों के लिए
हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं-मंगलकामनाएं !
राजेन्द्र स्वर्णकार
तुम्हारे ख्वाब, तुम्हारे सपनों को मैं जरुर पूरा करूँगा
जवाब देंहटाएंतुम्हे फिर ले आऊँगा हमारी ख्वाबों की हंसती दुनिया में..
कुछ यादें जिन्हें अभी जुड़ना बाकी है
सोच रहा हूँ उन्हें तुम्हारे साथ पूरा करूँ...
बोलो दोगी न तुम मेरा साथ ??
सुन्दर प्रस्तुति . बहुत ही अच्छा लिखा आपने .
सुंदर! सपनों को पूरा करने में साथ ज़रूर दीजिएगा...
जवाब देंहटाएं~सादर!!
रीना जी आपके लेखन की तारीफ के लिए शब्द ही नहीं मिलते....बेहद खूबसूरत रचना
जवाब देंहटाएं.........बसंत पंचमी की शुभकामनाएँ !!!
प्रभावी रचना .....
जवाब देंहटाएंमन को छू गई रचना, भावुक कविता, बधाई.
जवाब देंहटाएंकुछ यादें जिन्हें अभी जुड़ना बाकी है
जवाब देंहटाएंसोच रहा हूँ उन्हें तुम्हारे साथ पूरा करूँ...
बहुत खूब, सुन्दर ....
Aaj me jine ki ek wajah 'yaad' bhi h..inhen judna hi chahiye...
जवाब देंहटाएंदिल को छूती प्यारी सी अभिव्यक्ति :)
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