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शनिवार, 23 मार्च 2013

ibadat इबादत ...

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तेरी मोहब्बत इबादत है मेरी .....
तू है , तुझसे है,, ये चाहत मेरी
ख़त्म न हो कभी ये इबादतों का सिलसिला
प्रार्थना में माँगी हमने ....
हरदम मोहब्बतें तेरी.....


बेचैनी इधर भी है उधर भी .....
आग इधर भी लगीं है उधर भी
ना जाने कौन किसकी पहलू में है .....
कौन किसकी आगोश में
बस दो दिल पिघल रहे हैं ....
एक - दुसरे की पनाहों में
शमाँ जल रही है इश्क की.....
रोशन चिराग इधर भी है उधर भी....


61 टिप्‍पणियां:

  1. उनका जिक्र,उनकी तम्मना,उनकी याद,
    वक्त कितना कीमती है इन दिनों,,,


    होली की हार्दिक शुभकामनायें!

    Recent post: रंगों के दोहे ,

    जवाब देंहटाएं
  2. इश्क की इन्तहा है ये तो.....

    सस्नेह
    अनु

    जवाब देंहटाएं
  3. हमेशा रौशन रहें ये चिराग...शुभकामनायें

    जवाब देंहटाएं
  4. वाह! बहुत ख़ूब! होली की हार्दिक शुभकामनाएं!

    जवाब देंहटाएं
  5. सुन्दर पोस्ट |होली की शुभकामनाएँ |

    जवाब देंहटाएं
  6. बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
    आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि-
    आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा आज रविवार के चर्चा मंच-1193 पर भी है!
    सूचनार्थ...सादर!

    जवाब देंहटाएं
  7. लाजवाब ...
    होली की अग्रिम बधाई

    जवाब देंहटाएं
  8. खूबसूरत एह्सास को शब्दों में पिरो दिया ...
    लजवाब भावमय रचना ...

    जवाब देंहटाएं
  9. बहुत सुन्दर. होली की शुभकामनायें.

    जवाब देंहटाएं
  10. रोशन चिराग इधर भी है उधर भी....

    जवाब देंहटाएं
  11. उत्तर
    1. तेरी मोहब्बत इबादत है मेरी .....
      तू है , तुझसे है,, ये चाहत मेरी
      ख़त्म न हो कभी ये इबादतों का सिलसिला
      प्रार्थना में माँगी हमने ....
      हरदम मोहब्बतें तेरी.....

      bahut khoob ......aabhar maurya ji

      हटाएं
  12. bahut sunder, holi ki badhai ! aap bhi mere blog par ayen , aapka swagat hai.

    जवाब देंहटाएं
  13. बहुत सुन्दर...होली की हार्दिक शुभकामनायें!

    जवाब देंहटाएं
  14. शमाँ जल रही है इश्क की.....
    रोशन चिराग इधर भी है उधर भी....

    BAHUT HI SUNDAR KAVITA

    जवाब देंहटाएं

  15. बहुत खूब .सुन्दर प्रस्तुति. आपको होली की हार्दिक शुभ कामना .



    जवाब देंहटाएं

  16. अच्छी रचना है .. कुछ ये पंक्तियाँ याद आ गयी इस मोहब्बत और इबादत को पढके ...

    ख़ाक को बुत, और बुत को देवता करता है इश्क
    इम्तहान ये है कि बन्दे को खुद करता है इश्क

    सादर शुभकामनाएं,
    मधुरेश

    जवाब देंहटाएं
  17. इससे सुन्दर और क्या जब आग दोनों तरफ लगे... सुन्दर रचना, बधाई.

    जवाब देंहटाएं
  18. वाह बहुत सुंदर
    प्रेम का महीन अहसास
    उत्कृष्ट प्रस्तुति
    बधाई

    आग्रह है मेरे ब्लॉग jyoti-khare.blogspotin
    में भी सम्मलित हों ख़ुशी होगी

    जवाब देंहटाएं
  19. आपको नवसंवत्सर की हार्दिक मंगलकामनाएँ!

    जवाब देंहटाएं
  20. नववर्ष और नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाए,,,,
    बहुत दिनों से आप मेरी पोस्ट पर नही आई आइये स्वागत है रीना जी.

    recent post : भूल जाते है लोग,

    जवाब देंहटाएं
  21. प्यारी सी नज़्म को मुखर करते प्यारे प्यारे चित्र ।

    जवाब देंहटाएं
  22. नवसंवत्सर की शुभकामनायें
    आपको आपके परिवार को हिन्दू नववर्ष
    की मंगल कामनायें

    जवाब देंहटाएं
  23. नवरात्रि और नवसंवत्सर की अनेकानेक शुभकामनाएँ.

    जवाब देंहटाएं
  24. सुन्दर ये इश्क़ का चराग युही जलता रहे।।।

    जवाब देंहटाएं
  25. बस दो दिल पिघल रहे हैं ....
    एक - दुसरे की पनाहों में..waah ...

    जवाब देंहटाएं
  26. हरदम मोहब्बतें तेरी ...
    वाह ..

    जवाब देंहटाएं
  27. bahut sunder......

    subhkaamnaye...
    saadr
    @nand

    visit plz
    ''anandkriti''
    http://anandkriti007.blogspot.com

    जवाब देंहटाएं
  28. bahut sunder......

    subhkaamnaye...
    saadr
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    जवाब देंहटाएं
  29. शमाँ जल रही है इश्क की.....
    रोशन चिराग इधर भी है उधर भी.

    बहुत सुंदर प्रस्तुति!!

    जवाब देंहटाएं
  30. बस दो दिल पिघल रहे हैं ....
    एक - दुसरे की पनाहों में..waah .Bahut Khoob..

    जवाब देंहटाएं
  31. खूबसूरत एहसास की खूबसूरत प्रस्तुति !!

    जवाब देंहटाएं

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