फ़ॉलोअर

रविवार, 15 जनवरी 2017

libas लिबास


जब दुःख का जहर
उफनता है
मन छोटा हो जाता है
दिल रोता है
जब सोच- सोचकर उसकी बातें
दुखती है दिमाग की
नस – नस
पर ना देखे कोई और
मेरे इस दर्द की सच्चाई को
तो लो एक बार फिर
ओढ़ लिया है मैंने
मुस्कुराहटों का लिबास
फिर से तुम्हारा सच छिप गया
और मेरा झूठ निखर गया
मेरी मुस्कुराहटों के पीछे

7 टिप्‍पणियां:

  1. जीवन की विषम परिस्थितियों में मुस्कराहट बहुत काम आती है ...

    जवाब देंहटाएं
  2. भावपूर्ण सुंदर प्रस्तुति रीना जी ।

    जवाब देंहटाएं
  3. ओढ़ लिया है मैंने मुस्कुराहटों का लिबास
    बहुत ही सुंदर प्रस्तुति

    जवाब देंहटाएं
  4. ओढ़ लिया है मैंने मुस्कुराहटों का लिबास
    सुंदर प्रस्तुति।।।।

    जवाब देंहटाएं
  5. नाम वही, काम वही लेकिन हमारा पता बदल गया है। आदरणीय ब्लॉगर आपने अपने ब्लॉग पर iBlogger का सूची प्रदर्शक लगाया हुआ है कृपया उसे यहां दिए गये लिंक पर जाकर नया कोड लगा लें ताकि आप हमारे साथ जुड़ें रहे।
    इस लिंक पर जाएं :::::
    http://www.iblogger.prachidigital.in/p/best-hindi-poem-blogs.html

    जवाब देंहटाएं

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...