संध्या सुहानी ( हाइकु)
संध्या सुहानी
मौसमों की रवानी
मुस्कुराहटे
भोर की बेला
कोहरे का था साया
हम अकेले
बातें अंजानी
लगती अपनी सी
मिलने लगे
मै और तुम
हो गए सिलसिले
मुलाकातों के
मनभावन
तेरा मेरा साथ है
आ पक्का करें
सिंदूरी माँग
काले मोती सजे है
सीने से लगे
गहन प्रेम
सुन्दर फुल खिले
महका घर
प्यारा संसार
तेरा मेरा प्यार है
पूर्ण हुई मै
हम साथ है
साथ - साथ रहेंगे
जन्मों तलक
संगीता स्वरुप जी के ब्लॉग पर हाइकु पढ़ती थी..
वहीँ से प्रेरित होकर मेरा भी मन किया..
फिर एक नया प्रयास "हाइकु" में बताइए कितनी सफल हूँ ...
:-) |
poem,poem for children,current article,article about children,hindi poem ,story, short story,hindi quote,short quote,hindi short quote,love quote,hate quote,hindi poem
गुरुवार, 15 नवंबर 2012
Sandhya Suhani संध्या सुहानी
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
वाह... सुन्दर
जवाब देंहटाएंमुझे तो बहुत अच्छा लगाः)
जवाब देंहटाएंवाह,,,बहुत अच्छा प्रयास सुन्दर हाइकू,,,,,
जवाब देंहटाएंप्यारे प्यारे हायकू हैं रीना....
जवाब देंहटाएंबहुत प्यारे..
सस्नेह
अनु
बहत उत्तम प्रयास |
जवाब देंहटाएंஜ●▬▬ஜ۩۞۩ஜ▬▬●ஜ
ब्लॉग जगत में नया "दीप"
ஜ●▬▬ஜ۩۞۩ஜ▬▬●ஜ
बहुत सुंदर .... यूं ही साथ बना रहे ....
जवाब देंहटाएंथैंक्स आंटी जी आपसे ही सिखा है...
हटाएं:-)
pata nhi par mujhe to acha laga ...vastav me mujhe pata hi nhi hayaku mane kya hota hai. But rina ji apka sabd sanyojan behatrin hai.
जवाब देंहटाएंसंगीता जी के रचना मेँ जहाँ सामाजिक और जटिल पक्षोँ को कुछ चंद शब्दोँ मेँ व्यक्त किये जातेँ वही आपकी रचनाऔ मेँ प्यार और मिठास कि एहसास अनुभव होता रहा हैँ।
जवाब देंहटाएंजी...बिलकुल सही पहचाना आपने...
हटाएं:-)
हमे तो सारे हायकू बहुत प्यारे लगे रीना....
जवाब देंहटाएंउसपर "संध्या सुहानी"
बातें अंजानी
लगती अपनी सी ...
दीयों की बारिश :)यूँ ही रौशनी बरसे
जवाब देंहटाएंहम साथ है
जवाब देंहटाएंसाथ - साथ रहेंगे
जन्मों तलक
बहुत खूब
सभी एक से बढ़कर एक
एक से बढ़कर एक खूबसूरत व सुन्दर हाइकु.
जवाब देंहटाएंwah gajab ki rachana .....abhar reena ji
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया
जवाब देंहटाएंसादर
धन्यवाद वंदना जी...
जवाब देंहटाएं:-)
जो भी है ...अच्छा है :-)
जवाब देंहटाएंथोड़े शब्द ...लम्बी दास्ताँ ??
बहत बढ़िया
जवाब देंहटाएंब्लॉग पर की गई सभी टिप्पणियाँ एक जगह कैसे दिखाएँ ?
bahut hi sundar aur bhavpurn prastuti,dil ko choo gyee
जवाब देंहटाएंबेहतरीन.
जवाब देंहटाएंसुन्दर .....बहुत बढ़िया
जवाब देंहटाएं.......हम साथ है
साथ - साथ रहेंगे
जन्मों तलक
हाइकू बड़े ही सलीके से लिखे गए है ... सब में गहन अर्थ छुपा है।
जवाब देंहटाएंबधाई स्वीकार करें!!
देर से आने के लिए माफ़ी। नया हाइकु का अंदाज़ भी अच्छा लगा।
जवाब देंहटाएंमोहब्बत नामा
मास्टर्स टेक टिप्स
इंडियन ब्लोगर्स वर्ल्ड
बेजोड़ भावाभियक्ति....
जवाब देंहटाएंसभी एक से बढ़कर एक बहुत सुन्दर सार्थक हाइकु बहुत बहुत बधाई
जवाब देंहटाएंबहुत ख़ूब!
जवाब देंहटाएंआपकी यह सुन्दर प्रविष्टि कल दिनांक 19-11-2012 को सोमवारीय चर्चामंच-1068 पर लिंक की जा रही है। सादर सूचनार्थ
आभार सर जी...
हटाएं:-)
मन प्रसन्न
जवाब देंहटाएंपंछी डरे
दीप झरे।
पहला कमेंट ब्लॉग में झरते दीपकों को देखकर किया था। अब हाइकू पढ़ कर लिख रहा हूँ...
जवाब देंहटाएंसुखद एहसास
मन प्रसन्न
सभी हाइकू।
..............
सिंदूरी मांग हो तो काले मोती और भी खूबसूरत लगते हैं। वाह! क्या सुंदर एहसास है!!
BEAUTIFUL STORY NARRATED
जवाब देंहटाएंsundar sarthak prayas...
जवाब देंहटाएंsimply superb.
जवाब देंहटाएंबहुत खूब, अच्छा प्रयास, शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति वाह!
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर मुझे तो पसंद है सभी ...
जवाब देंहटाएंउम्दा प्रस्तुति |
जवाब देंहटाएंआशा
एक से बढ़कर एक...
जवाब देंहटाएंखूबसूरत सफल प्रयास
जवाब देंहटाएं