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गुरुवार, 15 नवंबर 2012

Sandhya Suhani संध्या सुहानी


संध्या सुहानी  ( हाइकु)

संध्या सुहानी 
मौसमों की रवानी
मुस्कुराहटे


भोर की बेला
कोहरे का था साया
हम अकेले

बातें अंजानी
लगती अपनी सी
मिलने लगे

मै और तुम
हो गए सिलसिले
मुलाकातों के

मनभावन
तेरा मेरा साथ है
आ पक्का करें

सिंदूरी माँग
काले मोती सजे है
सीने से लगे

गहन प्रेम
सुन्दर फुल खिले
महका घर

प्यारा संसार
तेरा मेरा प्यार है
पूर्ण हुई मै

हम साथ है
साथ - साथ रहेंगे
जन्मों तलक


संगीता स्वरुप जी के ब्लॉग पर हाइकु पढ़ती थी..
वहीँ से प्रेरित होकर मेरा भी मन किया..
फिर एक नया प्रयास "हाइकु" में बताइए कितनी सफल हूँ ...
हूँ भी या नहीं...
:-)




39 टिप्‍पणियां:

  1. वाह,,,बहुत अच्छा प्रयास सुन्दर हाइकू,,,,,

    जवाब देंहटाएं
  2. प्यारे प्यारे हायकू हैं रीना....
    बहुत प्यारे..

    सस्नेह
    अनु

    जवाब देंहटाएं
  3. pata nhi par mujhe to acha laga ...vastav me mujhe pata hi nhi hayaku mane kya hota hai. But rina ji apka sabd sanyojan behatrin hai.

    जवाब देंहटाएं
  4. संगीता जी के रचना मेँ जहाँ सामाजिक और जटिल पक्षोँ को कुछ चंद शब्दोँ मेँ व्यक्त किये जातेँ वही आपकी रचनाऔ मेँ प्यार और मिठास कि एहसास अनुभव होता रहा हैँ।

    जवाब देंहटाएं
  5. हमे तो सारे हायकू बहुत प्यारे लगे रीना....
    उसपर "संध्या सुहानी"
    बातें अंजानी
    लगती अपनी सी ...

    जवाब देंहटाएं
  6. दीयों की बारिश :)यूँ ही रौशनी बरसे

    जवाब देंहटाएं
  7. हम साथ है
    साथ - साथ रहेंगे
    जन्मों तलक
    बहुत खूब
    सभी एक से बढ़कर एक

    जवाब देंहटाएं
  8. एक से बढ़कर एक खूबसूरत व सुन्दर हाइकु.

    जवाब देंहटाएं
  9. जो भी है ...अच्छा है :-)
    थोड़े शब्द ...लम्बी दास्ताँ ??

    जवाब देंहटाएं
  10. सुन्दर .....बहुत बढ़िया
    .......हम साथ है
    साथ - साथ रहेंगे
    जन्मों तलक

    जवाब देंहटाएं
  11. हाइकू बड़े ही सलीके से लिखे गए है ... सब में गहन अर्थ छुपा है।

    बधाई स्वीकार करें!!

    जवाब देंहटाएं
  12. सभी एक से बढ़कर एक बहुत सुन्दर सार्थक हाइकु बहुत बहुत बधाई

    जवाब देंहटाएं
  13. बहुत ख़ूब!
    आपकी यह सुन्दर प्रविष्टि कल दिनांक 19-11-2012 को सोमवारीय चर्चामंच-1068 पर लिंक की जा रही है। सादर सूचनार्थ

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  14. पहला कमेंट ब्लॉग में झरते दीपकों को देखकर किया था। अब हाइकू पढ़ कर लिख रहा हूँ...

    सुखद एहसास
    मन प्रसन्न
    सभी हाइकू।
    ..............

    सिंदूरी मांग हो तो काले मोती और भी खूबसूरत लगते हैं। वाह! क्या सुंदर एहसास है!!

    जवाब देंहटाएं
  15. बहुत खूब, अच्छा प्रयास, शुभकामनाएं।

    जवाब देंहटाएं
  16. बहुत सुन्दर मुझे तो पसंद है सभी ...

    जवाब देंहटाएं

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