प्रेम के अर्थ को
वासना के अनर्थ
से जोड़नेवाला
वो दुरंगी चेहरेवाला
दानवी राजकुमार
यहीं - कहीं है
आस - पास
यदा- कदा
कभी टकराओ
तो संभलना
हे कोमल हृदयवाली बेटियों.....
hindi poetry,hindi poem,hindi love poem,love story in hindi,hindi poems for girls,girls poem,poems for girls,poetry for girls,hindi short story,short stories in hindi,hindi writer,hindi quotes,love quotes,poetry for daughters,hindi shayari,hindi love shayari,hindi prem kavita,hindi prem kahaniya.
Bahut Umda
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल सोमवार (09-03-2015) को "मेरी कहानी,...आँखों में पानी" { चर्चा अंक-1912 } पर भी होगी।
जवाब देंहटाएं--
सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
--
अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस की
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ...
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
बहुत सुन्दर और सटीक रचना...
जवाब देंहटाएंबहुत सटीक रचना।
जवाब देंहटाएंफूल में सुगंध सुगंध में फूल इसप्रकार घूलेमिले है की
जवाब देंहटाएंसमझना मुश्किल है ! सार्थक रचना !
बहुत उम्दा ... ऐसे लोगों से बचना और उन्हें पहचानना जरूरी है ...
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर और सार्थक रचना...ऐसे लोगों से सावधान रहने की जरूरत है...
जवाब देंहटाएंबिलकुल सही, राजकुमारों के रूप में कई बार हैवान छिपा होता है, सावधान रहना होगा...
जवाब देंहटाएंGood Lines !
जवाब देंहटाएंYou are welcome on my blog
सही कहा आपने।
जवाब देंहटाएंसुंदर अभिव्यक्ति
जवाब देंहटाएंउम्दा पोस्ट
जवाब देंहटाएं