हार ना मान, हार ना मान
जीवन की राह है बड़ी आसान
थोडा सब्र और थोड़ी साहस
थोड़ी परेशानी और थोड़ी कठिनाई
फिर ढेर सारी मुस्कान
हार ना मान, हार ना मान
जीवन की राह है बड़ी आसान
मंजिल को पाने की इक्क्षा
और मन में हो आत्मविश्वास
जीवन का तो नियम यही है
आज है खाली तो कल धन की खान
हार ना मान, हार ना मान
जीवन की राह है बड़ी आसान
साथी दुःख से क्यों घबराता है
हर साहसी अपनी मंजिल को पाता है
सफल निश्चय का दे तू साथ
जीवन की राह को कर आसान
साथी दुःख से क्यों घबराता है
हर साहसी अपनी मंजिल को पाता है
सफल निश्चय का दे तू साथ
जीवन की राह को कर आसान
हार ना मान, हार ना मान
जीवन की राह है बड़ी आसान
हार ना मान, हार ना मान
जवाब देंहटाएंजीवन की राह है बड़ी आसान
थोडा सब्र और थोड़ी साहस
थोड़ी परेशानी और थोड़ी कठिनाई
फिर ढेर सारी मुस्कान
bahut hi sundar hai
कल 13/02/2012 को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
जवाब देंहटाएंधन्यवाद!
बहुत खूब....
जवाब देंहटाएंathak chalte rahna hi jeevan hai...prerna daayi rachna....
जवाब देंहटाएंवाह ...बहुत खूब ।
जवाब देंहटाएंअच्छी प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर वाह!
जवाब देंहटाएंहार्दिक बधाई..
very motivational.......good
जवाब देंहटाएंमुझे ऐसी ही कवितायेँ ज्यादा पसंद हैं , बहुत अच्छी रचना |
जवाब देंहटाएंमेरी ही लिखी हुई चार पंक्तियाँ हैं -
हौंसलों के धुंधले निशान अभी बाकी हैं ,
उम्मीदों के दरकते कुछ मकान अभी बाकी हैं ,
ढलान अभी बाकी है , रास्तो में बेशक
छूने को सातों आसमान अभी बाकी हैं |
आकाश